Shani Pradosh Vrat 2024: शनि प्रदोष व्रत 6 अप्रैल को, सर्वगुण संपन्न होकर भी नहीं हो रही शादी तो करें ये उपाय – Shani Pradosh Vrat on 6th April 2024 if you are not getting married then do these measures
इस स्रोत का पाठ्य
।।जानकीकृतं पार्वती स्तोत्र।।
जानकी उवाच
शक्तिस्वरूपे सर्वेषां सर्वाधारे गुणाश्रये।
सदा शंकरयुक्ते च पतिं देहि नमोस्तु ते।।
सृष्टिस्थित्यन्त रूपेण सृष्टिस्थित्यन्त रूपिणी।
सृष्टिस्थियंत बीजानां बीजरूपे नमोस्तु ते।।
हे गौरी पतिमर्मज्ञे पतिव्रतपरायणे।
पतिव्रते पतिरते पतिं देहि नमोस्तु ते।।
सर्वमंगल मांगल्ये सर्वमंगल संयुते।
सर्वमंगल बीजे च नमस्ते सर्वमंगले।।
सर्वप्रिये सर्वबीजे सर्व अशुभ विनाशिनी।
सर्वेशे सर्वजनके नमस्ते शंकरप्रिये।।
परमात्मस्वरूपे च नित्यरूपे सनातनि।
साकारे च निराकारे सर्वरूपे नमोस्तु ते।।
क्षुत् तृष्णेच्छा दया श्रद्धा निद्रा तंद्रा स्मृति: क्षमा।
एतस्तव कला: सर्व: नारायणि नमोस्तु ते।।
लज्जा मेधा तुष्टि पुष्टिकरण संपत्ति वृद्धाय:।
एतस्त्व कला: सर्व: सर्वरूपे नमोस्तु ते।।
दृष्टादृष्ट स्वरूपे च तयोर्बिज फलप्रदे।
सर्वनिर्वचनीये च महामाये नमोस्तु ते।।
शिवे शंकर सौभाग्ययुक्ते सौभाग्यदायिनी।
हरिं कान्तं च सौभाग्यं देहि देवी नमोस्तु ते।।
फलश्रुति
स्तोत्राणेन या: स्तुत्व समाप्ति दिवसे शिवम्।
नमन्ति परया भक्त्या ता लभन्ति हरिं पतिम्।।
इह कान्तसुखं भुक्त्वा पतिं प्राप्य परात्परम्।
दिव्यं स्यन्दनमारुह्य यान्त्यन्ते कृष्णसंनिधिम्।।
(श्री ब्रह्मवैवर्त पुराणे जानकीकृतं पार्वतीस्तोत्रं संपूर्णम्।।)
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक शास्त्रों/धर्मग्रंथों से चर्चा करके यह जानकारी आप तक पहुंचाई गई है। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना देना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ताओं या पाठकों की ही होगी।’
Source link