Rangbhari Ekadashi: आज गौरा को लगेगी हल्दी, कल आएगी बाबा विश्वनाथ की बरात; उमड़ेगी भक्तों की भीड़
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रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ काशी की गलियों में भक्तों के संग होली खेलेंगे। महंत आवास से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक बाबा की रजत डोली निकलेगी। बाबा को रंग चढ़ाने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमडे़गी। रंगभरी (अमला) एकादशी पर बाबा विश्वनाथ, माता पार्वती संग प्रथमेश की चल प्रतिमा की यात्रा के होने वाले लोकाचार पालकी पूजन के साथ रविवार को शुरू हो गए।
रविवार को टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास पर बाबा की पारंपरिक पालकी की साफ सफाई के बाद पूजन किया गया। पालकी और सिंहासन का पूजन पं. वाचस्पति तिवारी ने किया। पूजन पं. सुशील त्रिपाठी के आचार्यत्व में पांच वैदिक ब्राह्मणों ने कराया। वहीं कोलकाता से लाए गए देवकिरीट और काठियावाड़ से भेजे गए शिव पार्वती के राजसी परिधानों को तैयार किया जा रहा है।
दशाश्वमेध में महादेव के राजसी वस्त्र विनोद मास्टर तैयार कर रहे हैं। यह दायित्व निभाने वाले टेलर मास्टर विनोद अपने परिवार की चौथे पीढ़ी के सदस्य हैं। रंगभरी एकादशी के अवसर पर होने वाले गौना के निमित्त महंत आवास गौरा के मायके में परिवर्तित हो चुका है। 18 मार्च को गौरा के तेल-हल्दी की रस्म निभाई जाएगी।
महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती के विवाह की रस्म विश्वनाथ मंदिर के महंत आवास पर लोकपरंपरानुसार पूरी की गई थी। महंत पुत्र पं. वाचस्पति तिवारी ने बताया कि गौरा के गौना के लिए महाशिवरात्रि के बाद महंत आवास गौरा-सदनिका में परिवर्तित हो जाता है। 18 मार्च को महंत आवास पर माता गौरा की प्रतिमा के पूजन के बाद गौना की हल्दी होगी। गौनहारिनों की टोली मंगल गीत गाएगी।
गौना के अवसर पर बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा को परंपरागत खादी से बनी राजसी पोशाक धारण कराया जाएगा। गौरा के लिए काठियावाड़ से एक भक्त ने घाघरा भेजा है। 19 मार्च को टेढ़ीनीम स्थत गौरा सदनिका (महंत आवास) में बाबा की बारात का आगमन होगा। बाबा के गौना के अवसर पर टेढ़ीनीम महंत-आवास पर शिवांजलि के लोक एवं सुगम संगीत का संक्षिप्त आयोजन भी किया जाएगा।
शहर के शिवालय और विष्णु मंदिरों में भी होंगे रंगभरी के अनुष्ठान
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर के सभी शिवालयों और विष्णु मंदिरों में रंगभरी के अनुष्ठान होंगे। जागेश्वर महादेव, मार्कंडेय महादेव, मृत्युंजय महादेव, तिलभांडेश्वर, गौरी केदारेश्वर, मणि मंदिर, बीएचयू विश्वनाथ, आदि केशव सहित शहर के सभी मंदिरों में रंगभरी पर भक्त अपने आराध्य को गुलाल अर्पित करेंगे।
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