PM मोदी गुरु बलिराम कश्यप के गांव से करेंगे बस्तर में चुनावी अभियान की शुरुआत, नक्सलगढ़ के हैं बड़े नेता – PM Modi to start the election campaign in Bastar from Aamabal village of his guru Baliram Kashyap
पीएम मोदी का बस्तर दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर जाएंगे। पीएम मोदी ने आम गांव की तस्वीर देखने के लिए कहा कि उन्होंने अपने गुरु बलिराम कशमोतीप (बलिराम कश्यप) से किस तरह का चुनाव किया।
द्वारा आशीष कुमार गुप्ता
प्रकाशित तिथि: सोम, 08 अप्रैल 2024 11:54 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: सोम, 08 अप्रैल 2024 11:54 पूर्वाह्न (IST)
जगदपुर। पीएम मोदी का बस्तर दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर जाएंगे। लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता के बाद यह मोदी का पहला दौरा होगा। रेस्टॉरेंट के अमाबाल गांव में मुर्शिदों का जिक्र करेंगे। सभा स्थल की साड़ी पूरी कर ली गई है। सभा में एक लाख लोगों की भीड़ का लक्ष्य है।
जानिए कौन हैं बलिराम कशमोतीप
पीएम मोदी ने कहा कि आम गांव की छवि देखने वाले के लिए अमबाल गांव को चुना जाए, इसमें उनके गुरु बलिराम कशमोती को शामिल किया गया है। अपने पांच दशक की राजनीति में पांच बार के विधायक और चार बार के न्यूनतम रहे स्वर्गीय बलिराम कश्यप द्वीप में भाजपा के अपने समय के सबसे प्रमुख नेता थे।
शिक्षक की नौकरी से त्यागपत्र देकर 1967 में वे जगदलपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गये। जनसंघ के नेता 1971 में लोकसभा चुनाव में भी लड़े लेकिन हार गये। 1972 से 1993 तक वह पांच बार विधायक और दो बार बीजेपी सरकार में मंत्री रहे। 1993 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने प्रदेश की राजनीति छोड़ दी। 1998 में स्ट्रीट सीट से नामांकित सदस्य चुने गए और मार्च 2011 में उनका निधन हो गया।
इस वजह से बलिराम कश्यप को गुरु मानते हैं मोदी
इस दौरान चार बार न्यूमेरिकल रहे। 1998 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय नेता और मध्य प्रदेश के प्रभारी थे। प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जगदलपुर में नामांकन सभा की तैयारी के लिए चार दिन तक जंगल में थे। बलिराम कश्यप की प्रयोगशाला एवं उपकरण क्षमता से मोदी बहुत प्रभावित हुए।
अटल जी की सभा में भीड़ से गदगद मोदी ने इसकी महिमा बलिराम को दी थी। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले चार अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालबाग मैदान में हुए दरवाजे पर बलिराम कश्यप को याद किया था। उन्होंने अपने बलिराम कश्यप को बड़े नेता गुरु कहा था।
बलिराम कश्यप ने लगातार चार बार की जीत दर्ज की
1998 में बीजेपी ने अजनबी सीट से जीत का खाता खोला और 2014 तक इस सीट पर किसी और को राज नहीं किया। 1998 से लेकर 2011 तक बीजेपी के टिकट पर बलिराम कश्यप ने यहां से लगातार चार बार जीत हासिल की और कांग्रेस को हराया।
लेकिन 2011 में उनके निधन के बाद यहां गैंगवार हुआ, जिसमें उनके बेटे दिनेश कश्यप और कवासी लक्षमा के बीच मुकाबला हुआ। कश्यप ने जीत दर्ज की। 2014 के चुनाव में भी दिनेश कश्यप ने अपनी जीत घोषित की और यहां से सांसद चुने गए। हालांकि 2019 के चुनाव में यहां कांग्रेस के दीपक बाजा चुनावी जीत और इस गढ़ को भेद सके।
19 अप्रैल को अजनबी सीट पर मतदान हुआ
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में छत्तीसगढ़ की पर्यटन सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। मोदी शत्रुघ्न सीट से भाजपा हित महेश कश्यप के पक्ष में प्रचार करेंगे। यूक्रेन की कांग्रेस पार्टी ने छह बार के विधायक कवासी लक्षामा को चुनावी मैदान में उतारा है। 2019 में बीजेपी को लोकसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा।
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