Lok Sabha Election: छग निर्माण के बाद से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में अटलजी पर केंद्रित नारों ने किया प्रभावित – CG News Slogans focused on Atalji have influenced Lok Sabha elections held since creation of Chhattisgarh
सीजी लोकसभा चुनाव राज्य गठन के बाद लोकसभा के पांच चुनाव हुए हैं। इन सभी चुनावों में बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को अपने केंद्र में रखा है। अटल जी से सम्बंधित नारियों की आम चुनाव में गूंज हो रही है।
द्वारा नीरज पांडे
प्रकाशित तिथि: शुक्र, 22 मार्च 2024 05:00 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शुक्र, 22 मार्च 2024 05:00 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- राज्य गठन के बादजनमत के पांच चुनाव
- चुनाव में भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को अपने केंद्र में रखा
- लोकसभा चुनाव में गूंजते रहे अटल के नारे
राधाकिशन शर्मा, बिलासपुर, नईदुनिया। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद अब तक लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री और भारतरत्न अटल बिहारी जी की सरकार ने नालों की झीलों को बेहद प्रभावित किया है। वर्ष 2004 से लेकर 2024 तक लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी परिवार से संबंधित नारियों की बहार रही है। यह लोगों को बीजेपी के साथ जुड़ने में मददगार साबित हुआ है। एक प्रभावशाली नारा, जो हरनोमो चुनाव में गूंजता है वह है, ‘नजर अटल पर, वोट कमल पर’। यह 2004 के आम चुनाव में आया था।
नारा हो या नारा, यह कुछ इस शैली में झील के सामने मज़हब की कहानियाँ हैं, जिनमें दार्शनिक लोग दार्शनिक के लिए मजबूर हो जाते हैं। नारियों को पढ़ने के बाद लोगों के मन में संबंधित नेताओं की छवि की सीधी झलक मिलती है। उनके द्वारा किये गये काम हो या फिर किये गये वादे…।
सब-कुछ आंखों के सामने चलचित्र की अलग-अलग झलक दिखती है। यह छवि इतनी प्रभावशाली है कि संबंधित पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने के लिए वोट देने के लिए मजबूर किया जाता है। या ऐसा भी कहा जा सकता है कि प्रभावशाली नारियों की वजह से उम्मीदवार के पक्ष में वोट के रूप में अपना समर्थन दे सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में गूंजते रहे अटल के नारे
राज्य गठन के बादलोकतंत्र के पांच चुनाव हुए हैं। इन सभी चुनावों में बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को अपने केंद्र में रखा है। अटल जी से सम्बंधित नारियों की आम चुनाव में गूंज हो रही है। राज्य निर्माता के रूप में हो या फिर छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के लिए उनके द्वारा दिए गए ईमानदार वायदे। एक नारा छत्तीसगढ़वासियों को सब-कुछ याद आता है।
विधानसभा चुनाव में गूंजा दिल को छूने वाले नारे
तीन महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की सत्ता पर कांग्रेस छुट्टी थी। वापसी के लिए बीजेपी ने एक बार फिर अटलजी को याद किया। प्रभावशाली टैग। ‘हमने बनाया है हम ही संवारेंगे’, ‘अब नई साहिबो बदल के रहिबो’। इन दो नारियों ने बनाया शानदार काम। अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य की याद दिला दी। गड़बड़ी व घोटाले के बाद सुशासन का यह नारा लोगों को प्रभावित किया। इन दो प्रभावशाली नारियों के बीच मोदी की मासूमियत ने जो काम किया वह जगजाहिर है। राज्य की सत्ता पर भाजपा की मजबूत रास्ते से वापसी हुई।
बीजेपी के इन नारों ने चौंकाया
अटल पर नजर, वोट कमल पर, 1996 में अब की बारीअटलांनबिहारी, 2023 के विधानसभा चुनाव में अब नहीं सहिबो बदल के रहिबो, हमने बनाया है हम ही संवारेंगे। 1999 के चुनाव में प्रचलित नारा था- अटल बिहारी जरूरी है, ताराचंद मजबूर हैं।
1980 में गूंजा कांग्रेस का यह नारा
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को केंद्र में वर्ष 1980 में बिलासपुर के कवि कवि वर्मा ने जात पर न पात पर, इंदिराजी की बात पर, गले लगाते हाथ पर, नारा दिया था। इस नारे ने जोरदार दंग कर दिया था. लोगों की जंप पर भी नजर पड़ी और इसका असरदार असर भी देखने को मिला।
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