Lok Sabha Chunav 2024: प्रहलाद पटेल बोले- दलित, आदिवासी, पिछड़ों के आरक्षण पर डाका डालना चाहती है कांग्रेस
मित्र से बातचीत में कहा गया- कांग्रेस की नियति में खोट, नहीं दिया गया आधा वर्ग आयोग कोसंस्था।
द्वारा प्रशांत पांडे
प्रकाशित तिथि: रविवार, 28 अप्रैल 2024 07:13 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: रविवार, 28 अप्रैल 2024 08:01 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- षडयंत्र देश को अधर्मी और संवैधानिक संविधान को चकनाचूर करने वाला है।
- भाजपा का कांग्रेस का यह प्रयास कभी सफल नहीं होगा।
- कांग्रेस के लोगों ने वोट नहीं दिया तो वोटिंग प्रतिशत तो घटेगा ही।
लोकसभा चुनाव 2024: राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश सरकार के मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस और ‘आइएनडीआइए’ का छिपा हुआ सिद्धांत है- एससी, एसटी और छात्र का हक छीनकर अपने साथियों को देना। कांग्रेस दलित, जेसबियन और सीमांत वर्ग का हिस्सा मुसलमानों को चाहती है। उसका मुस्लिम तुष्टीकरण और बहुसांख्यिक वर्ग के विरोध का सिद्धांत व्यापक रूप से जनता के सामने है।
पार्टी का षडयंत्र देश को अंधभक्त और संवैधानिक संविधान को चकनाचूर करने वाला है। हमारे संविधान निर्माता ने जिस धर्म आधारित शून्य को स्वीकार नहीं किया था, उसकी बात कहकर कांग्रेस अपने लाभ के लालच में देश के संविधान को खोद रही है। उन्होंने यह बात रविवार को यहां भाजपा मीडिया सेंटर में प्रभात से बातचीत में कही।
प्रह्लाद पटेल उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस का यह प्रयास कभी सफल नहीं होगा। देश के बहुसंख्य विरोधी समाज, दलित, पिछड़ा वर्ग और समाज को भी इसका दर्जा प्राप्त होगा। कांग्रेस ने देश की आजादी के बाद से दो रास्ते चुने थे। इनमें से एक था अल्पसंख्यकों का तुष्टीकरण और दूसरा बहुसंख्यकों का प्रति दुरव।
यहां तक कि बाबा साहब बाबा ने भी 27 अक्टूबर 1951 को कहा था कि पं. नेहरू सदाबहार के पक्ष में रहते हैं। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने धर्म पर आधारित शून्यवाद को ख़त्म कर दिया था, लेकिन जब वहां कांग्रेस की सरकार बनी तो मुस्लिमों पर आधारित शून्यवाद ख़त्म हो गया।
कांग्रेस के कलाकार नहीं निकल रहे
मीडिया ने पूछा कि, मतदान प्रतिशत घटने का कारण क्या है.., तो प्रह्लाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस के लोग वोट नहीं देंगे तो मतदान प्रतिशत तो घटेगा ही। पूर्ववर्तियों ने यह भी पूछा है कि राजनीति में अमर्यादित भाषा का उपयोग कैसे बढ़ाया जाता है, यह क्या उचित है। अमित शाह ने इसी को लेकर कहा था…, आशिक का जनाजा है। इस पर पटेल ने कहा कि राहुल गांधी से पूछा जाना चाहिए कि वह प्रधानमंत्री मोदी के लिए अमर्यादित भाषा में क्यों बोल रहे हैं।
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