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Jabalpur News : कबाड़ में विस्‍फोट के आतंकवाद से तो नहीं जुड़े तार, इसकी पड़ताल, कांग्रेस विधायक बोले -सलीम का लेना-देना नहीं

जबलपुर समाचार: आयुधपुर कालजे बैठक के बाद घटना केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय के स्मृति चिन्ह में शामिल हो गया है।

द्वारा रामकृष्ण परमहंस पांडे

प्रकाशित तिथि: शनिवार, 27 अप्रैल 2024 07:08 पूर्वाह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: शनिवार, 27 अप्रैल 2024 07:08 पूर्वाह्न (IST)

जबलपुर समाचार: बर्गर में विस्फ़ोट के निशान से तो नहीं जुड़े तार, इसकी कसौटी, कांग्रेस नेता बोले-सलीम का लेना-देना नहीं

पर प्रकाश डाला गया

  1. विस्फोट के बाद सबसे पहले पहुंचाई गई थी विचारधारा।
  2. क्रिटिकल श्रेणी शमीम और बेटे फहीम सहित क्लोजीज़ की सूचना प्रौद्योगिकी रही।
  3. करोड़ों का आसामी शमीम निकला किराएदार।

Jabalpur News : नई दुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। विस्फोट की क्षमता क्षमता और सुरक्षा से जुड़े आयुध कलपुर्जे बैठक के बाद घटना केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय के पुनर्गठन में शामिल हुई है। एनआइए के आने के बाद मामले में खतरनाक लोगों के अवैध भंडार और दस्तावेजों को देखा जा रहा है। विश्वसनीयता की जांच के लिए दिल्ली से एनएआई के विशेषज्ञ के साथ ही शियाओजी का भी मामला पिछले दिनों सामने आया है।

क्लोजियन्स की सूचना प्रौद्योगिकी में शामिल हैं क्रिटिकल स्टार शमीम और बेटे फहीम

जांच एजेंसी खुफिया तरीकों से जुगाड़खाने से संबंधित क्लोजीज के बारे में जानकारी शमीम और उनके बेटे फहीम सहित करीबियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है। वास्तविक जीवन के साथ संपर्कों को जारी रखा जा रहा है। दोषी शमीम के कई अधिकारी और नेता संपर्क में हैं। बर्गर की प्रतिष्ठा में उसके अन्य कार्य भी तोह ली जा रही है। धमाके के बाद ज्वालामुखी में बने तूफान को देखकर अधिकारी हैरान रह गए। ऐसा माना जा रहा है कि जर्मनी में राष्ट्रीय विरोधी अभियान को शमीम जुर्गी और उसके गुर्गों द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।

विस्फोट के बाद सबसे पहले पहुंचा था

प्रशासन एवं नगर निगम के दल ने शुक्रवार को बाबरी मस्जिद के भाई अयामी के सैफ नगर स्थित मकान के अवैध हिस्से को तोड़ दिया। इस दौरान कांग्रेस नेता लखन घनघेरिया माउची पर पहुंच गए। उन्होंने अमानवीय कार्रवाई का विरोध किया। दोषी शमीम के फैसले की जगह उसके भाई का घर तोड़े की कार्रवाई से अपराधी भड़क गए। उन्होंने मुख्य अधिकारियों को गंभीर खरी-खोटी सुनाई। अभियुक्त ने दावा किया कि अय्याशी का शमीम से कोई लेना-देना नहीं है। जबकि गुरुवार को ब्लास्ट के बाद राजा मेटल इंडस्ट्रीज में सबसे पहले अयालियाम ही पहुंचा था। बीच-बचाव के आगे आया था. यूनिवर्सिटी भी जुर्गे के काम से मंजिल तक बताई जा रही है।

करोड़ों का आसामी शमीम निकला किराएदार

प्रशासन ने अपने आवास की भी जानकारी के लिए बधिर शमीम पर मूर्तियां कैसे बनाईं। लेकिन अधिकारी उस वक्ता हैरान रह गए जब करोड़ों का आसामी शमीम किराएदार निकला। वह सैफ नगर के जिस मकान में रहता था, उसका लाॅनसीनामा मिला। इससे पता चला कि शमीम जुर्गी की प्यारी बेटी है। वह पुलिस प्रशासन और की कार्रवाई से बचने के लिए किराएदार के घर लौट रही थी। इससे उनके मकान की झपकी लेने के लिए प्रशासन को बैरंग वापस लौटाना पड़ा।

समाधान प्रश्न…

  • -विस्फोट गुरुवार दोपहर 12:30 बजे के आसपास हुआ। भंयकर विस्फोट के बावजूद प्रशासन, पुलिस और अग्निशमन विभाग लगभग एक घंटे से एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे।
  • – प्रारंभिक पूछताछ के बाद बताया गया कि चोर पर आठ लोग थे। इसमें सिक्स का पता चल गया है, लेकिन ये सिक्स कौन है ये अभी तक सामने नहीं आया है।
  • – विचित्र के बाद एक किलोमिटर दूर तक धातु के भारी टुकड़े मिले होते हैं। ऐसा ही एक समुदाय का विस्फोट होता है। ऐसा खतरा है कि जुगाड़खाने में खतरनाक विस्फोटक जमा हो रहा था?
  • -विस्फोट के बाद माकी पर शमीम के आगमन की बात कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहीं है। आसपास के लोगों के शमीम के बारे में सटीक चर्चा है। फिर शमीम कहाँ गया?
  • – विस्फोट के बाद मॉस में सबसे पहले पादरी का प्रवेश हुआ। यह प्रकाशक कुछ ही देर में वापस आ गया। लेकिन इनके अंदर कोई घायल था या कोई और था, यह रहस्य है?
  • – शमीम जुरगी की साइंटिस्ट साबिक़ रही है। उस पर कई आपराधिक मामले हैं। घटना के समय भी वह एक आपराधिक मामले में शामिल था। लंबे समय से बाज़मीम मशीनरी से बाहर क्यों है?
  • – सुरक्षा संस्थान ने सबसे पहले रिजेक्ट बम डिफ्यूज करके जिगर्स में चोरी की बात कही थी। अब लैंग ड्रूम रेंज में जांच के दौरान बम, एग्रीगेट हैंड ग्रेनेड के मिस फायर बॉल डेल की बात कही जा रही है?
  • – पूर्व में भी एलपीआर से जिंदा बमों को ग्रामीण बीनकर बंगरियों को चुराने के मामले में प्रकाश में लाया गया था। इस मामले में पुलिस एवं सुरक्षा संस्थान ने कभी-कभी मैट्रिक्स जांच क्यों नहीं की?
  • लेखक के बारे में

    2005 में पटना में जागरण समूह के दैनिक जागरण से शुरुआत हुई। 2017 में डेली सैर सपाटा (इलागनाबियाई) में धार्मिक दार्शनिक। 2023 से जागरुकता ग्रुप के www.naidunia.com से जुड़े। वर्तमान में सीनियर सब एसोसिएट के पद पर जबलपु


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