Indira Gandhi: इंदिरा को मंदिर में गुजारनी पड़ी थी रात, इसलिए आजमगढ़ आई थीं पूर्व प्रधानमंत्री
लोकसभा चुनाव 2024
– फोटो : अमर उजाला
वाक्या 1978 का है। देर रात रामनरेश यादव के खाली होने के बाद वह गुमनाम हो गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी यहां कांग्रेस उम्मीदवार मोहसिना किदवई के प्रचार में आई थीं।
प्रदेश की जनसंपर्क जनता पार्टी की सरकार के दबाव में उन्हें बंगले के लिए डाक बंगला नहीं मिला तो उन्होंने एक मंदिर में रात को शरण ली। इंदिरा दो दिनों तक यहां रथ और मोहसिना के लिए प्रचारित रहीं।
मोहसिना को जीत दिलाने के लिए इंदिरा को गमगीन खुद मोर्चा संभालना पड़ा। जिले की सीमा में घुसते ही वे दस्तावेज बनाना शुरू कर देते हैं। कैप्टनगंज स्टॉक एक्सचेंज-पहुंचते रात का समय हो गया।
इंदिरा के रात्रि विश्राम के लिए स्थानीय डाक बंगले में कमरे की मांग प्रशासन से हुई, लेकिन दबाव के जिला प्रशासन ने डाक बंगले में कमरे की मांग प्रशासन से कर दी। पूर्व प्रधानमंत्री को कैप्टनगंज इलाके के पंचदेव मंदिर में रात्रि गुजराती पाद कहा जाता है।
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