Gwalior weather: सिर पर सूरज की आग, सड़क पर चलना मुहाल
चिलचिलाती धूप ने दिन का पारा बढ़ाया। तेज़ धूप के कारण दिन का तापमान 1.1 डिग्री बढ़ गया। यहां के होटलों में मौसम शुष्क हो गया, जिससे रात के तापमान में 0.5 डिग्री की कमी हो गई।
द्वारा अनिल तोमर
प्रकाशित तिथि: मंगलवार, 30 अप्रैल 2024 07:44 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: मंगलवार, 30 अप्रैल 2024 07:44 पूर्वाह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- चिलचिलाती धूप ने शोरमा पारा
- एक सप्ताह में तीसरी बार तापमान 41 डिसे पार
ग्वालियर मौसम: नईदुनिया प्रतिनिधि, प्रतिनिधि: चिलचिलाती धूप ने दिन का पारा बढ़ाया। तेज़ धूप के कारण दिन का तापमान 1.1 डिग्री बढ़ गया। यहां के होटलों में मौसम शुष्क हो गया, जिससे रात के तापमान में 0.5 डिग्री की कमी हो गयी। इस कारण से दिन व रात के तापमान में लगभग दो गुना का अंतर चुकाया गया है। इन दिनों जहां लोगों को दिन में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है वहीं रात में गर्मी से राहत भी मिल रही है। दिन में सूरज की तेज़ रोशनी ने लोगों को आकाश से आग जलाने का मौका दिया। इस कारण उस दिन लोगों ने पेड़ों की छांव का सहारा तक ले लिया। स्थिति यह है कि भारी नाव में पैदल यात्रा करना मुश्किल हो गया है।
अगले पाँच दिन का मौसम शुष्क
मौसम वैज्ञानिक प्रमेन्द्र कुमार का कहना है कि अगले पांच दिन मौसम शुष्क रहेगा। इस कारण गर्मी और पारा भी 44 डिग्री तक पहुंच सकते हैं। इस वक्त राजस्थान में वेल्डिंग का कारण यह है कि गर्म हवाओं का मिश्रण क्षेत्र में चल सकता है। तेज धूप और गर्म जहाजों के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। चार दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ आने के आस-पास बन रहे हैं जिससे आसमान में बादल छा सकते हैं जो पांच और छह मई को बारिश भी करा सकते हैं। इससे बढ़ते तापमान पर ब्रेक लगा। सोमवार की सुबह आसमान साफ हो रहा है, जिससे धीमी गति से तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और धूप ने सुबह से ही अपना तीसरा प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस कारण सुबह साढ़े आठ बजे तापमान 30.8 डिग्री और दोपहर 11 बजे 38.6 डिग्री दर्ज किया गया। दिन में अधिकतम तापमान 41.1 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री पर पहुंच गया। सुबह के समय हवा में 42 प्रारंभिक, जो सामान्य से चार पितृ अधिक रही और दो में, हवा में 19, जो सामान्य से तीन पितृ कम रही। बढ़ती महंगाई ने जरूरी जानकारी से लेकर सड़कों पर निकले लोगों के कंठ सूखे के बारे में बताया और कहा कि उन्हें पानी पीने के लिए मजबूर किया जाए। धूप की गर्मी से बचने के लिए सिर और सिर को मजबूरी हो गई। डोडी में कई जगहों पर छुट्टियों में कम नजर आई। तेज़ गर्मी के कारण लोग दोपहर में कम ही घर के बाहर निकल रहे हैं।
वायरल संक्रमण के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है
एमडी मेडिसिन डा. मुकेश तोमर का कहना है कि एक दिन और रात के तापमान में दो गुना का अंतर होने से सर्दी, सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या लोगों में बढ़ती है। इन दिनों वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। क्योंकि लोग एसी में रहते हैं और तेज गर्मी में अचानक निकल जाते हैं, तो बाहर घर में आकर रेफ्रिजरेटर का पानी पी लेते हैं। इन सबसे गले में खरास और सर्दी की फ़रियाद सबसे ज़्यादा है। इसलिए सावधानी बरतें और अचानक से कम तापमान से अधिक तापमान में ना और रेफ्रिजरेटर के स्थान पर मटके का पानी पिएं। दिन में साफा से सिर ढकें और छत्ता लेकर आर्किटेक्चर। बच्चों को फेसबुक और ग्लूकोज़ पीने को दें।
Source link