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Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस को बेनकाब करती उसकी भारत जोड़ो यात्रा – Bharat Jodo Yatra: Its Bharat Jodo Yatra exposes Congress

1984 के सिखाए डांगो से लेकर, बिहार का भागलपुर दंगा, उत्तर प्रदेश का दंगा दंगा समेत कुछ ऐसे उदाहरण, जैसे पढ़े हैं, पता चलता है कि यह कांग्रेस पार्टी वास्तव में कितने अधिक नफरतों से भरी हुई है।

द्वारा नवोदित शक्तावत

प्रकाशित तिथि: गुरु, 15 सितम्बर 2022 02:54 अपराह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: गुरु, 15 सितम्बर 2022 02:55 अपराह्न (IST)

भारत जोड़ो यात्रा: कांग्रेस को बेनकाब करती है अपनी भारत जोड़ो यात्रा

मृत्युंजय लेखक

स्वयं को पूर्ण जीवन दिलाने के लिए कांग्रेस ने अपने नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कश्मीर से कन्याकुमारी तक की 145 दिन की यात्रा पर विचार किया है और इसका नाम दिया है, भारत जोड़ो यात्रा। वीडियो टैग: उद्देश्य है दिन प्रतिदिन कांग्रेस को कुछ संजीवनी देना और इसी तरह एक बार फिर राहुल को लॉन्च करना और नाम है भारत जोड़ो जबकि होना चाहिए था जोड़ो। “कांग्रेस को भारत से जोड़ो” नारा होता है तो भी बात बन जाती है।

कांग्रेस पार्टी की यह यात्रा कहां है, क्या और कितना जोड़ा यह तो समयगा बताइए लेकिन पिछले पांच दिनों में इस यात्रा में कांग्रेस ने का असली चरित्र बेनकाब किया है। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी एक तरह की हिंदू और सनातन संस्कृति विरोधी पार्टी बन गई है जिसमें टुकड़े-टुकड़े गैंग और हम लेकर आजादी के नारे लगाने वाले लोगों की भर्ती हो रही है। राहुल गांधी इस यात्रा के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दिवास्वप्न भी समाप्त करने का स्थान पा रहे हैं।

भारत जोड का नारा देकर यात्रा पर निकले राहुल गांधी के कांग्रेसी ट्वीट से 145 दिन में मोमबत्ती जलाने की भविष्यवाणी कर रही है। राहुल गांधी की संभावना यह भूल गई है कि स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सहित संप्रदाय सेकुलर नेता संघ को छोड़ने का सपना देख रहे हैं, समर्थक स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत और राष्ट्रीय गठबंधन के बल पर संघ आज एक विशाल वटवृक्ष बन गया है जो राहुल गांधी की 145 दिन की यात्रा के समापन के बाद भी वैसे ही खड़े रहेंगे।

संघ- भाजपा और कांग्रेस के बीच विवाद उस समय गहरा गया जब भारत जोड़ो यात्रा के बुजुर्ग दिवस पर कांग्रेस ने एक फोटो ट्वीट किया और लिखा, ”भारत को अपमान की जंजारियों से मुक्त करने और भाजपा संघ द्वारा नुकसान की भरपाई के लिए हम एक हैं।” एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। आगे लिखा, “145 दिन और” फोटो के साथ संघ के गणेश में आग लगी हुई है और मिश्रण से धुआं उठ रहा है। हालाँकि अब निकर संघ का गणवेश नहीं रहा, मध्य प्रदेश कांग्रेस का विधान स्पष्ट हो गया है।

राहुल गांधी के केरल में प्रवेश करते ही कांग्रेस ने संघ पर ट्वीट किया है। ऐसा अनोखा हो रहा है कि इसके माध्यम से राहुल और कांग्रेस केरल के कट्टरपंथियों को खुश करना चाहते हैं। सच्चा ऐसा कहकर राहुल नेहरू जी के पदचिन्हों का ही स्वागत कर रहे हैं। नेहरू जी ने भी आजादी के ठीक बाद दक्षिण भारत में संघ को विस्तार और मुस्लिम लीग को आगे बढ़ाने का काम किया था। नेहरू ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल सहित तमिलनाडु के तमिलनाडु में स्थित मद्रास में ये दबाव बनाया था कि वो संघ पर प्रतिबंध लगाएगा और दूसरी तरफ मुस्लिम लीग को खुली छूट दी जाएगी।

आज़ादी के ठीक छह महीने बाद ही नेहरू जी ने संघ को ख़त्म करने की साजिश शुरू की थी। आज 145 दिन बाद कांग्रेस छोड़ने का सपना देख रहे हैं राहुल गांधी। राहुल गांधी की कांग्रेस ने जिस से खाकी निकर पर आग लगा रखी है लेकर कांगेस आग तो कांग्रेस असल में लगती रही है जिसमें 1984 के सिखाए डांगो से, बिहार का भागलपुर दंगा, यूपी का दंगा दंगा समेत ऐसे उदाहरण शामिल हैं जैसे कि रैना पतावेस क्या यह कांग्रेस बहुत ज्यादा नफरतों से भरी हुई है। देश में अपमान का जो भी बचा खुचा व्यापार वह पूरे का पूरा कांग्रेस के गांधी परिवार के नेतृत्व में चल रहा है जिसमें सिर तन से जुदा अभियान भी शामिल है।

इसके पूर्व इसी यात्रा के दौरान राहुल गांधी तमिल में कन्याकुमारी में एक ऐसे ईसाई पादरी जार्ज पोन्नैया से मिले थे जो हिंदू देवी देवताओं का अपमान करते हैं। दोनों की मुलाकात का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ईसाई पादरी जार्ज पोन्नैया ईसा मसीह को सच्चे भगवान के रूप में स्थापित किया गया है, जिसमें मां की शक्ति भी शामिल है, जिसमें अन्य सभी देशों के निम्न कोस्टर भी शामिल हैं और पवित्र मंदिर के दौरान जाने के बारे में बताया गया है- मंदिर वाले, स्वयं को साष्टात्रेय गोत्र का जनेऊ धारी पंडित उपदेश वाले राहुल गांधी उनके अप्पलाप को बड़े ध्यान से सुन रहे हैं।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी और संत समाज में उदासीनता आ गई थी। सैंटो की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय एरिना काउंसिल ने पादरी द्वारा सनातन धर्म को लेकर जारी की गई टिप्पणी में कहा है कि संस्था के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मपुरी ने कहा है कि राहुल गांधी ने पादरी की निंदा की है कि यह अपमानजनक नहीं है। वह कट्टर ईसाई हैं, उनका आंतरिक अविश्वास नहीं है अन्यथा वह इसका विरोध करते हैं। हिंदू समाज उन्हें सबक सिखाएगा। ईसा सनातन धर्मावलंबियों का ईश्वर नहीं हो सकता।

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि कांग्रेस नेताओं ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। गांधी परिवार ने कई बार भगवान राम सहित हिंदू देवताओं का प्रमाण मांगा है। ये गांधी परिवार और कांग्रेस के नेता हैं जो रामायण और महाभारत को केवल एक सर्वमान्य महाकाव्य ही मानते हैं। यहां कांग्रेस के नेताओं को पहाड़ी इलाके में मां काली का अपमान किया जाता है।

ये वही कांग्रेस के लोग हैं जो पिछलग्गू में हैं, आबेथ मकबूल फिदा हुसैन जैसे लोग हिंदू देवी-देवताओं की नंगी तस्वीरें दिखाते हैं और प्रदर्शन करते हैं। ये वही राहुल गांधी हैं जो अभी हाल ही में हिंदू बनाम हिंदूत्व पर बहस कर हिंदू समाज को खंड-खंड करने की घृणित साजिश रची थी। राहुल गांधी ने जिस ईसाई पादरी के खिलाफ मुलाकात की है, वह पहले भी हिंदू धर्म के प्रति अभद्र बयान देते हैं। इस पादरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी अनाधिकृत अमित शाह के खिलाफ भी दावा किया है।

भारत जोड़ो यात्रा के मार्ग पर विहंगम दृष्टि डाली तो पता चल जाएगा कि कांग्रेस के असली मंसूबे क्या हैं। राहुल गांधी की यह यात्रा पूरी तरह से तुष्टिकरण के लिए है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 20 जेल वाले राज्य केरल में तो 18 दिन रहेंगे लेकिन 80 मंजिल वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सिर्फ चार दिन की यात्रा करेंगे और सबसे बड़ी बात यह है कि उनकी यात्रा इसमें हिंदू आस्था के सबसे बड़े केंद्र अयोध्या, मथुरा और काशी शामिल नहीं हैं।

स्पष्ट है कि अयोध्या में भगवान श्री राम का जो भव्य मंदिर बन रहा है और मथुरा और काशी जो नई अंगड़ाई ले रहे हैं वह कांग्रेस को रास नहीं आ रहे हैं। गांधी परिवार और कांग्रेस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, हिंदू समाज, सनातन संस्कृति के खिलाफ घृणा कूट कूट कर भरी हुई है ये मंदिर-मंदिर जाना भी एक बड़ा धोखा और झूठ है। कांग्रेस की यह बेरोजगारी और बेरोजगारी के खिलाफ आक्रोश रैली के साथ शुरू हुई थी और सीमेन्ट पर आग लगाने का सिलसिला जारी है। दरअसल कांग्रेस की यह यात्रा भारत जोड़ो नहीं वरन् विवाद मांगो यात्रा निकाली जा रही है।

  • लेखक के बारे में

    वर्तमान में नईदुनिया डॉट कॉम में शेयरधारक हैं। पत्रकारिता में अलग-अलग नामांकन में 21 साल का दीर्घ अनुभव। वर्ष 2002 से प्रिंट और डिजिटल में कई बड़े दिन सिद्धांत


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