Amethi Lok Sabha Election 2024: स्मृति ईरानी ने अयोध्या में किए राम लला के दर्शन, सोमवार को दाखिल करेंगी पर्चा
कांग्रेस अभी यह तय नहीं कर पाई है कि संविधान से किसी भी टिकट दिया जाए। हालाँकि राहुल गाँधी का नाम लगभग तय माना जा रहा है।
द्वारा अरविन्द दुबे
प्रकाशित तिथि: रविवार, 28 अप्रैल 2024 07:37 पूर्वाह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: रविवार, 28 अप्रैल 2024 02:00 अपराह्न (IST)
पर प्रकाश डाला गया
- उत्तर प्रदेश-रायबरेली में 20 मई को वोटिंग होगी
- ईरानी मैदान में असममित सीट से स्मृति
- कांग्रेस में कांग्रेस का ऐलान, कर रही बीजेपी का इंतजार
एजेंसी, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सचिवालय और मस्जिद पर कांग्रेस की समिति कौन होगी, ये फैसला लिया गया है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति चाहती है कि सुपरस्टार से राहुल गांधी और रामायण से जुड़े लोगों को मैदान में उतारा जाए। इसके साथ ही आखिरी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छोड़ दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी किसी भी समय सार्वजनिक रूप से आमंत्रित की जा सकती है। बताओ, संविधान बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मैदान में हैं, जबकि मदरसा में बीजेपी ने अपना खाता नहीं खोला है और कांग्रेस के दांव का इंतजार किया जा रहा है। चर्चा है कि बीजेपी यहां से वरुण गांधी, कुमार विश्वास या नुपुर शर्मा को टिकट दे सकती है।
स्मृति ईरानी का नामकरण सोमवार को, अजाये राम लला के दर्शन
केंद्रीय मंत्री और सैमुअल सीट पर भाजपा समिति स्मृति ईरानी ने सोमवार को नामांकन पैनलों को नियुक्त किया। इससे पहले रविवार को वे अयोध्या राम लला के दर्शन करेंगे। यही नहीं, संविधान के अलग-अलग 9 मंदिरों में व्यापारी माथा टेकेंगे।
#घड़ी | अयोध्या, उत्तर प्रदेश: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कहती हैं, “… मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं ऐसे युग में पैदा हुई हूं, जिसने राम लला की एक तंबू से एक भव्य मंदिर तक की यात्रा को एक बड़े उत्सव में देखा है। आशीर्वाद” साधु-संतों के दर्शन से बढ़ता है मानसिक… pic.twitter.com/RlO0FLK8Q5
– एएनआई (@ANI) 28 अप्रैल 2024
#घड़ी | उत्तर प्रदेश: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की pic.twitter.com/NlXQF9bwQU
– एएनआई (@ANI) 28 अप्रैल 2024
कांग्रेस में किसी भी समय बड़ा बदलाव हो सकता है
केंद्रीय चुनाव समिति ने शनिवार को अपनी बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व राष्ट्रपति सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी तक और सोनिया गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक को मैदान में उतरने का आग्रह किया। अंतिम निर्णय खारगे ने लिया, क्योंकि सीईसी समिति ने यह निर्णय पार्टी के अध्यक्ष को छोड़ दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि अब कांग्रेस भी इन दो नामांकन पत्रों में बोलकर नामांकन करा सकती है।
सपा ने नहीं निकाली उम्मीदवार, कांग्रेस ने दिया समर्थन
- उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन है। ऐसे में इन दस्तावेज़ों में स्पाइ ने अपनी मतपेटिका का निर्णय नहीं लिया है। इसका फ़ायदा मिल सकता है।
- राहुल गांधी को टिकटें मिलती हैं तो कांग्रेस बीजेपी के इस दावे का जवाब दे रही हैं कि राहुल गांधी को टिकटें मिल रही हैं।
- वहीं, दूसरी ओर मॅपेलिक से टिकटें भेजने का मतलब यह है कि कांग्रेस के लिए सोनिया गांधी की इस सीट को बचाए रखना भी ज्यादा मुश्किल नहीं होगा।