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हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए चतुर्दिक प्रयास – All round efforts to make Har Ghar Tiranga Abhiyan a success

यह अभियान एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को और अधिक प्रस्ताव प्रदान करने वाला अभियान है।

द्वारा नवोदित शक्तावत

प्रकाशित तिथि: गुरु, 04 अगस्त 2022 03:50 अपराह्न (IST)

अद्यतन दिनांक: गुरु, 04 अगस्त 2022 03:54 अपराह्न (IST)

हर घर के ध्वजवाहक अभियान को सफल बनाने का चतुर्दिक प्रयास

मृत्युंजय लेखक

भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उल्लास से परिपूर्ण भारत का जन-जन आगामी 13 से 15 अगस्त तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर घर ध्वज अभियान से जुड़ रहा है। हर घर के ध्वजवाहक अभियान को सफल बनाने के लिए चतुर्दिक प्रयास हो रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों के मन में राष्ट्र के प्रति कर्तव्य बोध उत्पन्न करके आगामी 25 को संदेश के संकल्पों को पूरा करने का संकल्प लेना है। केंद्र सरकार ने हर घर ध्वज अभियान को सफल बनाने के लिए टैग में भी अहम बदलाव किए हैं। आज़ादी के बाद पहली बार देश का हर नागरिक अपने घर, व्यावसायिक स्थल या सार्वजनिक स्थल पर नारेबाज़ी कर सकता है। आजादी के बाद देश में पहली बार तिरंगे के जनक पिंगली वेंकैया जी का जन्म दिवस मनाया गया और उनके योगदान को याद किया गया।

हम लोगों ने 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन बच्चों के हाथों में झंडा लेकर प्रभात फेरियों की कहानियां सुनी हैं और उस अवसर पर गए जाने वाले गीत शरीर में अलग ही ऊर्जा पैदा कर दिए थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरखे से खादी का बना ध्वज, न केवल स्वतंत्रता की लड़ाई की पहचान, बल्कि आज भी देश का प्रतीक है। वर्तमान समय में, जब सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है, तो इसके लिए रेलवे स्टेशन भी हाईटेक हो गया है, संस्कृति मंत्रालय ने एक अलग पहल की है जिसमें रेलवे भी शामिल किया जा सकता है।

यही नहीं वेबसाइट पर एक प्रमाण पत्र भी डाउनलोड किया जा सकता है। इसी तरह अमृत महोत्सव के अवसर पर देश भर में सभी स्मारकों और संग्रहालयों में 15 अगस्त तक निशुलक प्रवेश करेंगे जिससे लोग देश के इतिहास को जान सकें। आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पहली बार सभी महापुरुषों और क्रांतिकारी नायकों को याद किया जा रहा है, लेकिन अभी तक उनका सम्मान नहीं मिला या ख़त्म हो गया।

सच तो यह है स्वतंत्रता दिवस आने से पहले ही इंटरनेट मीडिया पर झंडा लहराने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरनेट मीडिया एकांउट की आईपी पर शेयर की और लोगों से भी की ऐसी करने की अपील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह का असर सक्रिय देखा गया और उनके बाद केंद्र सरकार के सभी मंत्रियों और दलों के कलाकारों सहित कार्यकर्ता गण और जन सामान्य अपनी आईपी में ध्वज लगाए गए।

उत्तर प्रदेश में यह मौका प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक हवेली तक तीन करोड़ लोगों की पहुंच वाली है। प्रदेश सरकार ने इस बार 15 अगस्त के सार्वजनिक अवकाश को भी समाप्त कर दिया है और उस दिन सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालय खुलेंगे, व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी खुलेंगे और कोई भी स्कूल और स्टॉक बंद नहीं होगा, जिसमें पुरा स्टाफ शामिल रहेगा और स्टॉक बंद रहेगा। इतिहास भी बताया जाएगा। ऐसा लगता है कि देश में राष्ट्रभक्ति की एक नई लहर पैदा हो रही है और नए संकल्पों का उदय और उन्हें भी पूरा करने का समय आ गया है। नया ये भारत है.

हर घर के तीरंदाज अभियान को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परमाणु ऊर्जा बोर्ड की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिसमें राजनीतिक विचारधारा से लेकर सभी आश्रमों के मठों के लिए एक बाइक रैली की योजना बनाई गई थी। नई दिल्ली में आयोजित बाइक रैली में भाजपा गठबंधन के सभी नेता शामिल हुए, लेकिन विपक्ष ने विपक्षी दलों से ऊपर मजबूत जनमानस के बीच अपनी छवि को मजबूत बनाने के लिए इस रैली को भी खारिज कर दिया और बाइक रैली में तंज कसते हुए तंज कसा।

बढ़ते दबाव को देखते हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अपने आईपी पर नेहरू जी की तस्वीरें लीं। वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी मुखिया अखिलेश यादव ने आम जनमानस से मुक्ति के लिए राजनीतिक दबाव से बचने के लिए इस अभियान में शामिल होने की बात कही है। विपक्ष के कुछ नेता यह भी कह रहे हैं कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से नारे लगाने वाले और डीपी पर राष्ट्रपति पद की अपील करेंगे। सेकुलर कंपनी को यह पता नहीं है कि हर घर में हर नागरिक और नागरिक के हित में काम करने वाले हर संगठन और दल के लिए काम करते हैं। प्रधानमंत्री जो भी अपील व आग्रह करते हैं वह संपूर्ण भारत के लिए होते हैं। संघ भी अपना अलग नहीं है. हर घर ध्वज अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। हर देशभक्त नागरिक का अभियान, भाजपा का नहीं, हर देशभक्त नागरिक का अभियान।

यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है कि जब से ध्वजारोहण अभियान की बात शुरू हुई तभी से इस विरोधी धर्मशास्त्र ने अपनी राजनीति में भी बदलाव लाना शुरू कर दिया। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट के माध्यम से तिरंगे का इतिहास बताया और 13 से 15 अगस्त तक अपने घर में तीरंदाजों की अपील की, तो कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने कहा कि ये खादी से राष्ट्रीय ध्वज बनाने वालों की नकल को नष्ट कर रहे हैं। ।। वहीं जम्मू-कश्मीर के पूव मुख्यमंत्री अब्दुल्ला मुफ्ती और फारूख अब्दुल्ला जैसे नेताओं को भी हर ध्वजवाहक अभियान पसंद नहीं आ रहा है।

ये लोग तिरंगे को घर पर रखने की बात कह रहे हैं। ये वही बाबा मुफ्ती हैं, जो धारा 370 हटाते हैं, उन्होंने कहा था कि अगर 370 हटी तो घाटी में कोई भी आतंकी छापा मारने वाला नहीं होगा, लेकिन आज ये उनका सपना पूरी तरह से टूट चुका है और जम्मू-कश्मीर के लोग हर घर अभियान को पूरी तरह से खत्म कर देते हैं। साथ सफल बनाने के लिए बचे हुए लोग हैं। ।। तिरंगे के ओयबे आज जम्मू कश्मीर में एक बार फिर से राष्ट्रवाद की जड़ें मजबूत हो रही हैं जबकि अंतर्राज्यवाद के काले मंसूबे ध्वस्त हो रहे हैं।

हर घर ध्वज अभियान में हर किसी को शामिल होना चाहिए यह किसी भी राजनीतिक दल का कार्यक्रम नहीं है जो हर देश भक्त नागरिक का उत्सव है। यह अभियान एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को और अधिक प्रस्ताव प्रदान करने वाला अभियान है। राष्ट्रभक्ति का अर्थ केवल तिरंगे हाथ में लेकर चलना ही नहीं होता है, बल्कि राष्ट्रीय कर्तव्य को पूरा करने का भी प्रयास होता है। हमारे ध्वज अभियान में यह संकल्प लिया गया है कि अब हम जहां भी हैं जो कुछ भी कर रहे हैं उसे करते हुए भारत भक्ति का भाव सबसे ऊपर रखें।

  • लेखक के बारे में

    वर्तमान में नईदुनिया डॉट कॉम में शेयरधारक हैं। पत्रकारिता में अलग-अलग नामांकन में 21 साल का दीर्घ अनुभव। वर्ष 2002 से प्रिंट और डिजिटल में कई बड़े दिन सिद्धांत


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