सत्याग्रह के नाम पर कांग्रेस का चिंतन हुआ बेनकाब, कांग्रेस हो रही हिंसक ! – Contemplation of Congress exposed in Name of Satyagraha Congress is getting violent
देश की जनता के लिए वास्तविक प्रदर्शन करना चाहिए उस समय वह गांधी परिवार को बचाने के लिए हिंसक प्रदर्शन कर रही है।
द्वारा नवोदित शक्तावत
प्रकाशित तिथि: शुक्र, 17 जून 2022 04:39 अपराह्न (IST)
अद्यतन दिनांक: शुक्र, 17 जून 2022 04:39 अपराह्न (IST)
मृत्युंजय लेखक
बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड केस में निदेशालय (ईडी) ने अपनी संपत्ति में तेजी से बदलाव करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ शुरू की है और उनकी माता और कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से भी पूछताछ की है। कांग्रेस के कुछ नेताओं से पहले ही पूछताछ जारी है। जब गांधी परिवार को पूछताछ का सम्मान मिला तो श्रीमती सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी जयंती कोरोना से पीड़ित हो गईं, जिसमें श्रीमती सोनिया गांधी अस्पताल में समर्थकों की भर्ती हो गई, जबकि प्रियंका ने शीघ्र ही ठीक पूछताछ के संबंध में पूछताछ शामिल हो गई।
सरकारी एजेंसी के काम में बाधा डालने वाले उसे सुझाव का नाम दे रहे हैं। आज कांग्रेस के नेता केवल गांधी परिवार की चरणवंदना को ही राजनीति और सत्य मानते हैं।
असल में कांग्रेस का कांग्रेस परिवार का हजारों करोड़ का घोटाला जारी है।
राहुल गांधी से पहले तीन दिनों की पूछताछ के दौरान देश के अलग-अलग विचारधाराओं में कांग्रेस ने तरह-तरह के हिंसक प्रदर्शन और बयानबाजी की है, उनकी पार्टी के विचार की कलई खुल गई है। यह साफ दिखाई दे रहा है कि काग्रेस के साइंस में जो आम लोग आए थे वह पैसे लेकर बुलाए गए थे यह बात प्रदर्शन में शामिल होने वाले लोगों ने खुद को कैमरे पर स्वीकार किया है और उन्हें यह भी पता नहीं है कि वह किसलिए हड़ताल प्रदर्शन कर रहे हैं हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीति को चमकाने और जिंदा रखने के लिए ऐसे प्लास्टिकल ही ड्रामा कर रहे हैं जिसमें न कोई तथ्य है और न ही कोई तर्क है। राहुल गांधी कांग्रेस के न तो अध्यक्ष हैं और न ही कोई बहुत बड़े पद पर हैं। वह और केंवल वायनाड से न्यूनतम भार के हैं। इसके बावजूद राहुल गांधी के अनुरोध पर कांग्रेस ने अपने राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गांगुली और अपने राज्यों के कर्मचारियों को भर्ती करने के लिए दिल्ली में ही भर्ती कर ली है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य में चल रहे रात्रिकालीन आंदोलन और लगातार बढ़ती कानून व्यवस्था और विकास के प्रयासों को गति देने पर कोई चिंता की बात नहीं, दिल्ली में बिना रुके बैठे हैं।
जब राहुल गांधी अपने कार्यालय के अंदर जाते हैं तब कुछ कांग्रेसी नेता वफादारी के लिए बिना किसी रोकटोक के कर्मचारियों और अधिकारियों पर दबाव डालने का प्रयास करते हैं और जब भी वे बाहर जाते हैं तब वह लोग बाहर जाते हैं और मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हैं। अन्योन्याश्रित हैं।
राहुल गांधी की तरह कांग्रेसी नेताओं द्वारा किए जा रहे विवाद पर डीएचए ने सवाल किया कि कोई बहुत बड़ा अपराध हो। कम्युनिस्ट पार्टी की वफादारी का प्रदर्शन, कम्युनिस्ट पार्टी की कम्युनिस्ट पार्टी की कम्युनिस्ट पार्टी पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है। न्यू यॉर्क कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने नोमिन राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मुसलमानों पर हस्तक्षेप करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर एक और सांसद विनय तन्खा ने वित्त मंत्री, अविश्वासी और रक्षा मंत्री को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि एचडी से पूछताछ की आंतरिक जानकारी बाहर क्यों आ रही है। यह है कि आज कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ से बौखला गया है और वह येनकेन प्रकारेण यह अभिलाभ लाभ चाह रही है लेकिन अब ऐसा संभव नहीं है।
जब से गांधी परिवार से लेकर कांग्रेस के नेताओं की जयंती भी सोशल मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पहुंची है। आज गांधी परिवार की भक्ति में मोदी की मौत की चाहत रखी जा रही है और देश में आग की खतरे की आशंका जताई जा रही है। गांधी जी के नाम पर कांगेस आज माइक्रोवेव में हिंसक प्रदर्शन करने उतरा है। जब कांग्रेस को देश की जनता के लिए वास्तविक प्रदर्शन करना चाहिए था उस समय वह गांधी परिवार को बदनाम करने के लिए हिंसक प्रदर्शन कर रही थी। यह कैसा संकेत है। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि महात्मा गांधी का इतिहास भी ठीक से नहीं पढ़ा है या फिर जो पढ़ा है वह भी बहुत ही सेलेक्टिव है। इतिहास की किताबें गवाह हैं कि जब गांधी जी के आंदोलन के दौरान हिंसक घटनाएं हुईं तब उन्होंने अपने आंदोलन को ही समाप्त कर दिया था। गांधी जी के अहिंसा आंदोलन के दौरान किसी के अपमान का भाषण नहीं दिया गया।
पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के सोशल मीडिया एकांत से भी एक जैसे संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं। सबसे अधिक वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित है और उनके प्रति ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है जो सभी समाज में प्रयोग नहीं हो रहा है।
कांग्रेस के नेता लगातार हिंसक और पुलिसवालों से बदला लेने की धमकी दे रहे हैं। आज राहुल गांधी वसोनिया गांधी को बचाने के लिए भी लोग सड़क पर उतर रहे हैं, वह सभी जेल जा रहे हैं या फिर जाने की तैयारी कर रहे हैं। जिसमें पूर्व वित्त व सम्यक पी.चिदंबरम 102 दिन तक जेल यात्रा कर चुके हैं और अब उनके बेटे भी जेल यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी प्रकार वर्तमान कांग्रेस में उन नेताओं की लंबी कतार है जो जेल यात्रा पर जा चुके हैं या फिर जाने की तैयारी कर रहे हैं और प्रमाणित समर्थकों में गांधी परिवार के समर्थकों के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं।
कांग्रेस के वर्तमान वैज्ञानिक पर यही कहा जा सकता है कि प्रभु सन्मति दे भगवान। यह सिद्धांत केवल कांग्रेसी गठबंधन के अध्यक्ष पद के लिए ही बनाया जा रहा है और इसमें कोई दम नहीं है। यह केवल एक नकली पैलेटिकल ड्रामा बनाया गया है।
प्रेषक- मृत्युंजय मित्र
लखनऊ(उप्र)-226018
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