पीएम मोदी की फिर से मुसलमानों पर टिप्पणी, ओवैसी का पलटवार – BBC News हिंदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर से कांग्रेस और रिपब्लिकन गठबंधन ‘इंडिया’ पर टिप्पणी की।
राजस्थान के टोंक में नामांकन रैली को खुलासा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में बदमाशों और पिछवाड़े का ताजातरीन नजारा दिखता है।
इसके अलावा उन्होंने दो दिन पहले राजस्थान के बांस में अपना वो बयान भी दिया था, जिसे लेकर कांग्रेस का कहना है कि देश में नफरत के बीज बो रहे हैं।
इसके साथ ही एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के अल्पसंख्यक असदुद्दीन ओसादी ने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि वे इस तरह के बयान देकर देश को कमजोर कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक पुराने भाषण का हवाला देते हुए कहा था, जिसमें उन्हें ‘घुसपैठिए’ और ‘ज्यादा चाइल्ड बॉर्न करने वाला’ कहा गया था।
वर्ष 2006 में इस बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के घटक ‘दावा’, दरवाजे पहले और पार्टियाँ का है।
जबकि प्रधानमंत्री अपने घोषणें में बार-बार ये कह रहे हैं कि मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के ‘हक’ पर पहली ‘दादात्री’ हैं।
हालाँकि, अकारत सरकार और कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगे इस आरोप को ख़ारिज कर दिया है।
फिर से दादी पर टिप्पणी
टोंक की सभा में मोदी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहेब अम्बेडकर के संविधान के साथ किस प्रकार से अभ्यास करने की कोशिश की है।” इस देश में जब संविधान बना था तब धर्म के आधार पर शून्यता का घोर विरोध हुआ था ताकि हमारे एससी-एसटी, असंगठित समुदाय को सुरक्षा मिले, लेकिन मनमोहन सिंह जी ने भाषण दिया था और उस सभा में मैं मुख्यमंत्री के पद पर मौजूद था ।”
“मनमोहन सिंह ने कहा था कि मुसलमानों के देश के बारे में पहला हक है, ये मनोनीत जी का बयान है। ये संयोग नहीं था, ये अकेला बयान नहीं था। कांग्रेस पार्टी की सोच हमेशा तुष्टीकरण की रही है, वोट बैंक की राजनीति की रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”2004 में जैसे ही कांग्रेस के केंद्र में सरकार बनीं, उनकी सबसे पहली पसंद थी- आंध्र प्रदेश में एससी-एसटी के शून्य में कमी करके शून्यता दिखाने का प्रयास। ये एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे कांग्रेस पूरे देश में चाहती थी।”
पीएम मोदी ने कहा, ”2011 में कांग्रेस ने इसे देश में लागू करने की कोशिश की, एससी-एसटी और साख को मिला दिया, अधिकार छीनकर पदों को सौंप दिया। मूल भावना के खिलाफ था। लेकिन कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, बाबा साहेब ओबामा की परवाह नहीं की।”
पीएम मोदी ने कहा, ”जब हमें मौका मिला तो हमने सबसे पहले काम किया, उन्होंने जो एससी-एसटी से चीनकर मुस्लिम कोटा निकाला था, उसे बाहर निकाला.” अन्य हित था, उसे सुरक्षित किया. मोदी संविधान को समर्पित है, मोदी संविधान को समर्पित है, मोदी बाबा साहब की पूजा करने वाला व्यक्ति है।”
कांग्रेस पर पार्टियाल के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, ”ये लोग गद्दार-पिछड़ों के नटखट में सेंधमारी करके, वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए, अपने खास समुदाय को अलग से नॉथ देना चाहते थे, जबकि संविधान पूरी तरह से मजबूत है।” कांग्रेस और अलायंस वाले मजहब के आधार पर दादी को ताजा देना चाहते थे।
कांग्रेस मेनिफेस्टो पर फ़्लोरिडा
मोदी रैली में बार-बार कांग्रेस के घोषणा पत्र पर मंथन कर रहे हैं।
उनका दावा है कि कांग्रेस के लोगों की संपत्ति का सर्वेक्षण किया गया और उन्हें लोगों में बाँट दिया गया।
मोदी ने कहा, “आपको पता चला कि उन्होंने मेनिफेस्टो में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वेक्षण करेंगे। हमारी माता-बहनों के पास जो स्त्री धन होता है, जो मंगलसूत्र होता है, उसका सर्वेक्षण करेंगे।”
“उनके नेताओं ने भाषण में कहा कि एक्स-रे करके ढूंढोगे। मतलब अगर आपके घर के अंदर बाजार के डब्बे में भी कुछ रखा है तो वो भी एक्स-रे करके ढूंढोगे, दीवार में कहीं भी रखा है उसे भी एक्स-रे करके ढूंढोगे। “
पीएम मोदी ने कहा, ”उनके नेताओं ने सार्वजनिक रूप से कहा कि फिर आपकी सारी संपत्ति की जरूरत है, जो भी होगी, उस पर कब्जा कर लिया गया और लोगों को बांट दिया गया.” अगर आपके पास दो घर है. यहां गांव में घर हैं और बच्चों के लिए जयपुर, जोधपुर में छोटा फ्लैट लिया है, तोरे जाएंगे कि दो घर हैं, एक वापस सरकार को दे दो।”
“बताइए आपको पता है क्या। स्त्री धन पर हाथ लग सकता है?, मंगलसूत्र पर हाथ लग सकता है क्या? मज़दूरों की ये ताकत। राजस्थान में ऐसे एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए।”
मोदी के रह पर भाजपा नेता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी रैली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर उस बयान का जिक्र कर रहे हैं, जिसका आरोप पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया है।
योगी आदित्यनाथ उन्होंने एक रैली में खुलासा करते हुए कहा, ”डॉक्टर मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री थे, उस समय उन्होंने क्या कहा था?” उन्होंने कहा था कि जिस देश के अधिकार पर पहली अधिकारिक लड़कियां हैं, तो हमारा निजीकरण कहां होगा? अंतिम चरण क्या है? ये खड़गवंशी कहाँ है? दोस्त कहाँ है? गरीब, किसान कहाँ? माता बहनें कहाँ माँगती हैं? कहाँ जायेंगे? कांग्रेस में देश के नाम पर, जाति के नाम पर, क्षेत्र के नाम पर, भाषा के नाम पर बंटती रही।”
उन्होंने कहा, “गरीब भूखा मर रहा है, किसान आत्महत्या कर रहा है।” इराक़ पलायन कर रहा है, ये कांग्रेस और उनके सहयोगी इंडी गठबंधन के रूप में आपके पास आ गए हैं। इस देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं, फिर गद्दारी करने के लिए अपने गिरफ़्तार घोषणापत्र के साथ आपके पास आ गए हैं।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि अगर सरकार बनी तो हम शरिया कानून लागू कर देंगे.” ये देश बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के बनाए संविधान से अलग या किसी शरिया से अलग। भारत संविधान से अंतिम. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बनाये संविधान से देश से अलग किये गये।”
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस का कहना है कि हम व्यक्तिगत कानून को लागू करेंगे, क्योंकि मोदी जी ने तीन तलाक की प्रथा को रोक दिया है।” इसमें कहा गया है कि हम फिर से व्यक्तिगत कानून को बहाल करेंगे। ये लोग शरिया कानून लागू करेंगे और कहते हैं कि हम लोग जनता की महिमा को अपने हाथों में लेकर फिर से मंकीबांट करेंगे।”
“क्या आप कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को अपनी संपत्ति पर नजर रखते हैं, दूसरी तरफ माफिया और व्यापारियों को अपने गले लगाते हैं। उनका नाम फातिहा कैसे पढ़ा रहे हैं, आपने देखा होगा।
पीएम मोदी को प्रियांक का जवाब
रविवार को, राजस्थान के बांसवाड़ा में आयोजित रैली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस की महिलाएं और मंगलसूत्र लेकर पैसा ऐसे लोगों में हैं, जो बंधक बने हुए हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, ”कैसी-कैसी बाकी-बाकी बातें हो रही हैं। पिछले दो दिनों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका मंगलसूत्र, आपका सोना छीनना चाहती है। 70 साल से ये देश आजाद हैं, 55 साल कांग्रेस की सरकार बनी हुई है, क्या किसी ने आपका सोना छीना, आपके मंगलसूत्र चीने। इंदिरा गांधी ने जब जंग हुई, अपना सोना इस देश को दिया। मेरी माँ का मंगलसूत्र इस देश के लिए कुर्बान हुआ है।”
उन्होंने कहा, “मंगलसूत्र का महत्वपूर्ण तत्व तो वो ऐसी ही मौलिक बातें ना करें।” किसान पर कर्ज चढ़ता है तो उसकी पत्नी ने अपने मंगलसूत्र को गिरवी लिखा है। बच्चों की शादी होती है या दवा की बर्बादी होती है तो महिलाएं अपनी ऊंचाई गिरवी रखती हैं।”
प्रियंका गांधी ने कहा, ”ये लोग कोई देशद्रोही नहीं हैं और न ही ये कोई सबूत है, ये बात ये है कि जब नोटबंदी हुई और जब महिलाओं की बचत ली और कहा कि आरक्षण में पहुंचाओ, तब मोदी जी कहां थे।” वो आपसे आपकी बचत का पैसा ले रहे थे।”
प्रियंका ने कहा, ”जब देश में लॉकडाउन किया और सारे मजदूर देश भर से, बेंगलुरु से, यूपी-बिहार और अलग-अलग जगहों से पैदल यात्रा के लिए निकले, जब कोई सहारा नहीं मिला, तब महिलाओं ने अपनी धीमी गति से जगह बनाई,” तब मोदी जी कहाँ थे? किसान आंदोलन हुआ, 600 किसान शहीद हुए, उनकी विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में मोदी जी ने सोचा।
जातीय हिंसा के दौरान महिलाओं को नग्न कर इस घटना पर प्रधानमंत्री की कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई, इस पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ”मणिपुर में एक युवती का वस्त्रहरण करके पूरे देश के सामने कुठाराघात किया गया, मोदी जी चुप थे” , उन्होंने अपने मंगलसूत्र के बारे में नहीं सोचा।”
प्रियांक ने कहा कि मोदी महिलाएं अपना वोट हासिल करना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, “पलक मत झपकाई, आज वो चुनाव के लिए, आपत्तियों के लिए, ऐसी बातें कर रहे हैं, डराओ मत महिलाओं को ताकि वो डरकर वोट करें, शर्म आनी चाहिए।”
नीतीश ने कहा- हार का डर
मोदी के बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.
उन्होंने कहा, ”ये हार का रुझान है.” चुनाव ख़त्म होने के बाद चुनावी नतीजे आते हैं लेकिन चुनाव का पहला चरण ख़त्म हो जाता है। उसी में रुझान आने लगे हैं।”
अविश्वास ने कहा, “ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, इस तरह की बात करना, हमारे लोकतंत्र को ख़राब करता है।” जो संविधान है, जो चुनाव आयोग है उसमें नीरसता पर रोक है…लेकिन जनता कहती है कि किसान बर्बाद हो गया है, सोचो दस साल में जहर का एक सिद्धांत जीवन बर्बाद हो गया है।”
उन्होंने कहा, “जो बयान आ रहे हैं, वो शिक्षक हैं कि वो हार नहीं रहे हैं बल्कि हार गए हैं।”
नीतीश ने कहा, ”हारने वाला रेसलर क्या नहीं करता. कभी कान काटता है, कभी नोचता है, कभी कपड़े बनाता है। ये हारे हुए लोग हैं, जो हारे हुए हैं।”
वहीं मध्य प्रदेश के प्रभारी जीतू पटवारी ने कहा, ”दस साल बाद भी हमारे देश के प्रधानमंत्री के प्रति असम्मान और घृणा की बातें कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री को देश की आजादी के किस्से याद आ रहे हैं। देश की आजादी के नेताओं ने क्या-क्या, कैसे-कैसे किया। आपका दस साल का खाता याद नहीं है, दस साल पहले का खाता याद होना चाहिए।
ओवैसी ने मोदी के बयान का ‘पोस्टमार्टम’ दिया
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वे अपने बयान की बातें कह रहे हैं।
उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी ने कोई नई बात नहीं कही, हमेशा कहते हैं। आज भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बच्चे पैदा होते हैं। अब हम आपके लिए मोदी जी के इस भाषण का नारा देते हैं।”
ओवैसी ने कहा, “मोदी के बयान की सच्चाई यह है कि भारत में मुस्लिम और पितृसत्ता की प्रजनन दर 2.36 है, यह कम हो गई है। यानी मुस्लिम जो बच्चे पैदा कर रहे हैं, वो कम हुए हैं। हमारे हिंदू भाईयों की आवाज जरूर कम है लेकिन हमारा कम हुआ है। मगर मोदी जी क्या कहते हैं कि उनके बच्चे बहुत ज्यादा पैदा हो रहे हैं।”
“मोदी जी आप कितने भाई हैं? छह. अमित शाह के कितने भाई-बहन हैं? छह. यूपीएससी के कितने भाई-बहन? सात. मगर इन ईसाइयों से पता चलता है कि मुसलमान कितने बच्चे पैदा कर रहे हैं.”
ओसाइ ने कहा, ”दूसरा उन्होंने कहा कि घुसपैठिए हैं।” 15 जुलाई 2014 को सरकार ने संसद में इस तरह का कोई जवाब नहीं दिया. कोई अनुमान नहीं है. 25 नवंबर 2014 को सरकार ने कहा कि कोई डेटा नहीं है। 6 दिसंबर 2016 को सरकार ने कहा कि कोई कन्फर्म डेटा नहीं है कि बांग्लादेश से कितने लोग आ रहे हैं।
“22 दिसंबर 2015 को विपक्ष में संसद में सरकार ने कहा कि हमारे पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। 21 मार्च 2017 को मोदी सरकार ने कहा कि डेटा उपलब्ध नहीं है। 11 अप्रैल 2017 को सरकार ने कहा कि डेटा नहीं है कि बांग्लादेश से कितने लोग आ रहे हैं. 1 अगस्त, 2017 को, 20 मार्च 2018 को, 2 जुलाई, 2019 और 3 मार्च 2020 को जवाब दिया कि हमारे पास डेटा नहीं है।
उन्होंने कहा, ”मोदी जी आप किस बुनियाद पर हमको घुसपैठिये कहिए। मोदी जी का जवाब. हम उत्तर दे रहे हैं कि यदि हमारे दक्षिण भारत के जो प्रदेश हैं, वहां पर भी बच्चे कम पैदा हो रहे हैं। सबसे ज्यादा पैसा भारत सरकार को मुंबई और दक्षिण भारत से मिलता है।”
“मोदी जी आपके देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। आपके देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। अगर दक्षिण भारत के लोग कहने लगे कि हमारे पास की संसद को तोड़ने का काम कर रहे हैं, तो हम भी बच्चे पैदा कर रहे हैं।” , पैसे भी ज्यादा दे रहे हैं, तो तुम क्या जवाब दोगे?”