BusinessFoodsGamesTravelएंटरटेनमेंटदुनियापॉलिटिक्सवाराणसी तक

डीलिस्टिंग: धर्म परिवर्तन करने वाली अनुसूचित जनजातियां क्या आरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगी? ग्राउंड रिपोर्ट – BBC News हिंदी

ईसाई आदिवासी समुदाय

इमेज स्रोत, Getty Images

भारत के कई राज्यों में आदिवासी समुदाय और अनुसूचित जनजातियां एक दूसरे के आमने सामने खड़ी हो गई हैं.

आदिवासी या अनुसूचित जनजाति के लोग धार्मिक विश्वास के आधार पर तो बंटे हुए हैं ही लेकिन डीलिस्टिंग की मांग ने उनके बीच इस अविश्वास को और बढ़ा दिया है.

ये सवाल उठता है कि डीलिस्टिंग क्या है, यह कैसे आदिवासी समुदायों को प्रभावित कर रहा है और क्या इसका कोई राजनीतिक पहलू है, इन बातों को समझने के लिए हमने कुछ आदिवासी इलाक़ों का दौरा किया.

कुछ लोग मांग कर रहे हैं कि जिन आदिवासियों ने ईसाई या अन्य धर्म को स्वीकार कर लिया है उन्हें अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर किया जाए. इसे डीलिस्टिंग कहा जा रहा है. इस मांग से आदिवासी समुदाय में दरार पैदा हो रही है.


Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button