टेस्ला के कार बिज़नेस को चीनी कंपनी शाओमी टक्कर देने की कर रही तैयारी – BBC News हिंदी
छवि स्रोत, माइकल झांग/एएफपी
- लेखक, मैरिको ओई और पीटर हॉस्किन्स
- पदनाम, बीबीसी बिग पत्रकार
चॉकलेट बनाने वाली चीनी कंपनी शाओमी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कर दी है और इसका ऑर्डर लेना भी शुरू कर दिया है।
एक कार्यक्रम में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ली जून ने कहा कि कंपनी के मानक एसयू7 मॉडल की कीमत 215,900 युआन (29,872 अमेरिकी डॉलर) और अधिकतम संस्करण की कीमत 299,900 युआन होगी।
कंपनी का कहना है कि उसे अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने में 27 मिनट के अंदर 50 हजार ऑर्डर मिले हैं।
शाओमी ने इलेक्ट्रिक कार मार्केट में ऐसे वक्त की शुरुआत की है, जब ग्लोबल लेवल पर कारों की बिक्री कम हो रही है, जहां सोसाइटी को लेकर एक नई कंपनी शुरू हो गई है।
माना जा रहा है कि इस फिसले के साथ शाओमी इलेक्ट्रिक कार बाजार में पहले से खिलाड़ी और बिवाईडी के साथ मिलकर काम करने की कोशिश की जा रही है। चीन में मूर्तिकला मॉडल 3 की शुरुआती कीमत 245,900 युआन है।
शाओमी के एसयू7 की तुलना पॉर्श की टेकन और पैनमेरा से की जा रही है।
एसयू7 की खास बातें
छवि स्रोत, माइकल झांग/एएफपी
ली जून ने ये भी कहा था कि एसयू7 एक बार चार्ज करने पर सुपरस्टार 700 किलोमीटर तक चल गया। ये मॉडल 3 सबसे अच्छा है जिसे एक बार में 567 किलोमीटर तक चार्ज किया जा सकता है।
कंपनी को उम्मीद है कि एसयू7 उसी ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करेगा, जिसका इस्तेमाल फोन, लैपटॉप और अन्य उपकरणों में किया जाएगा। ये उनकी गर्लफ्रेंड को पसंद आया.
रीसर्च कंपनी काउंटरपॉइन्ट के, वैश्विक स्तर पर दुनिया भर में स्मार्ट फोन पाइपलाइन वाली शाओमी तीसरी बड़ी कंपनी है। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसका भाग 12 फ़ीसदी है।
डीजेएस ने एक साल पहले कंपनी एसयू7 को लॉन्च करने का प्रस्ताव रखा था। ऐसे में मेरा रिकॉर्ड है कि इसकी तुलना पॉर्श की टेकन और पैना स्पोर्ट्स कार मॉडल से की जा रही थी।
बबीता और बधिन प्रतियोगिता
शाओमी की इस नई कार का प्रोडक्शन सरकार के स्वामित्व वाली बीआईसी ग्रुप की एक फैक्ट्री में होगा। ये कंपनी बीजिंग में है और कंपनी ने साल भर में कम से कम दो लाख बिजनेस बनाने का लक्ष्य रखा है।
ऑटोमोबिलिटी से जुड़े बिल रूसो ने बीबीसी को बताया, “अब तक कंपनी जिस स्तर तक पहुंच गई है वो आपके अपने में सबसे बड़ा काम है। लेकिन सबसे बड़ी फिल्म तब होगी जब शाओमी इलेक्ट्रिक कार के बाजार में लॉन्च के बीच अपनी जगह बना ली।”
हालांकि टेक्निकल कंपनी के सामने इस क्षेत्र में झलक का संकेत इस बात से पता चलता है कि आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल ने महीने भर इलेक्ट्रिक कार बनाने की अपनी योजना को कैंसिल कर दिया है।
बिल रूसो का कहना है कि शाओमी की कार बाजार में कदम रखना ये बताती है कि कंपनी को चीन में “अपने ब्रांड पर पूरा भरोसा है” जबकि एपल को चीन के इस बाजार में कुछ और अनुमान नहीं है।
शाओमी ने कहा है कि कंपनी आने वाले 10 साल में इलेक्ट्रिक कार में 10 अरब डॉलर का बड़ा निवेश करेगी।
रायस्टैड एनर्जी नाम की रीसर्च कंपनी से जुड़े अभिषेक मुरली ने कहा, “चीन में इलेक्ट्रिक कार काफी विदेशी है और इस कारण यहां एक स्टैटिक इकोसिस्टम बन गया है जिससे कारों को काफी मदद मिलती है।”
“उदाहरण के लिए, यहां बैटरी ग्रेजुएट चेन काफी स्ट्रैटेजी है और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की पार्टिसिपेशन को देखते हुए बड़े स्तर पर ग्रेडिंग नेटवर्क बनाया गया है।”
छवि स्रोत, एएनआई
शाओमी की पहली कार ऐसे वक्त लॉन्च हुई है जब चीन में इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।
हाल के महीनों में टूर्नामेंट के अरबपति मालिक एलन मस्क ने चीन में अपनी गाड़ी की कीमत कई हजार डॉलर से भी कम कर दी है। इसका कारण यह है कि वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक इलेक्ट्रिक कार बेचने वाली कंपनी बीवाईडी ने यहां अपनी कार की रेंज दी हैं।
इलेक्ट्रिक कार का मामला चीन दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। ऐसे में यहां न्यू प्लेयर्स की बाढ़ रोकथाम की कोशिशों के बीच शाओमी उन चांद कॉलेज में से एक है जिसे अधिकारियों की तरफ से हरी एसोसिएट मिली है।
इसी बीच इसी हफ्ते बीवाईडी ने अपने पार्टनर प्रोफिट में नया रिकॉर्ड दर्ज किया। हालाँकि कंपनी ने ये भी कहा था कि साल की आख़िरी रफ़्तार थोड़ी धीमी पड़ गई थी।
वहीं शंघाई में मौजूद कार कंपनी नियो ने रविवार को कहा कि अर्थव्यवस्था के विकास की दर में गिरावट के बीच कंपनी ने अपना खर्च कम कर दिया है और माना जा रहा है कि इसका असर पहली तिमाही की बिक्री पर रहेगा।
अगले सप्ताह इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी की हलचल भी जनवरी से मार्च के बीच बिक्री के आंकड़े जारी करने वाली है।
लेकिन एक बात ये भी है कि ये ऐसा वक्त है जब दुनिया भर की सरकारी कंपनियां विदेश में बनी इलेक्ट्रिक कार का इस्तेमाल कम करना चाहती हैं.
मंगलवार को चीन ने अमेरिका के खिलाफ़ “भेदभावपूर्ण चरमपंथ” के तहत अमेरिका की मुद्रास्फीति की निंदा करते हुए अमेरिका के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन का दरवाजा खटखटाया है।
इस बीच, यूरोपीय संघ ने भी इस बात की जांच शुरू कर दी है कि चीनी सरकार की ओर से दी जाने वाली इलेक्ट्रिक कार के लिए क्या जरूरी है, ने देश में यूरोपीय कंपनियों के मॉडलों की बिक्री कम करने में मदद की है।
Source link