बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में मरीज और उनके परिजनों के साथ दुर्व्यवहार भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं के चलते आम जनता और गंभीर मरीजों की हालत देनीय होती जा रही है। इस संबंध में वाराणसी व्यापार मंडल ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए अस्पताल प्रशासन के रवैया पर नाराज की जताई है।
वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा और महामंत्री कविंद्र जायसवाल ने जानकारी मिलने पर तत्काल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और अप चिकित्सा अधीक्षक से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अस्पताल प्रशासन ने फोन उठाने की जहमत तक नहीं उठाई।
इसके बाद जब व्यापार मंडल के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचकर उनसे मिलने गए तो वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने धमकी भरे लहजे में उन्हें बाहर निकल निकालने की चेतावनी दी व्यापार मंडल के अनुसार अस्पताल में आए दिन मरीज और उनके परिजनों के साथ बस सुजुकी की घटनाएं सामने आ रही है।
अस्पताल की गंदगी अवस्था और चिकित्सा सुविधाओं की कमी के चलते गंभीर मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। आईसीयू में मात्र 17 बेड है और इतने गंभीर मरीजों की देखभाल के लिए केवल दो कर्मचारी और तीन नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध है,
जिससे मरीजों की ठीक से देखभाल नहीं हो पाती। व्यापार मंडल ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन में व्यापक भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के कारण मरीजों की जान जा रही है।
हाल ही में एक स्टाफ सदस्य की भी मृत्यु हुई जिसके पीछे भी घोटाले की आशंका जताई जा रही है । इसके बावजूद अस्पताल प्रदर्शन और सरकारी अधिकारी इस स्थिति को नजर अंदाज कर रहे हैं।
वाराणसी व्यापार मंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से इस मामले में संज्ञान लेने और निष्पक्ष जांच कर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।
इस मुद्दे को लेकर वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह मक्का के नेतृत्व में व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल संसदीय कार्यालय में ज्ञापन सौंपने पहुंचा।
इस अवसर पर महामंत्री कविंद्र जायसवाल, मनीष गुप्ता, सुशील गुप्ता, राजीव गुप्ता, संजय निरंकारी, प्रिया अग्रवाल, रमेश पांडे, आरती शर्मा, जय निहाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे। व्यापार मंडल ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस मामले पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।