अचानक काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद की शुद्धता की हुई जांच, मंदिर का प्रसाद सैंपल भेजा गया लेब।
तिरुपति बालाजी प्रसाद मिलावट पाए जाने के बाद वाराणसी में भी संतों में और लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। वाराणसी के संत और महंत भी लगातार अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन पूरे शहर में उसे समय हड़कंप मच गया जब काशी विश्वनाथ मंदिर में एसडीएम ने अचानक निरीक्षण किया।
एसडीएम शंभू शरण सिंह शुक्रवार को अपनी टीम के साथ प्रसाद बनाने वाली जगह जा पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद एसडीएम ने खुद प्रसाद चखा। उसके बाद वहां पर से प्रसाद बनाने में उपयोग की जाने वाली सामग्री को सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिया।
दरअसल काशी विश्वनाथ मंदिर में ही स्थित प्रसाद भवन में काशी विश्वनाथ मंदिर में एसडीएम शंभू शरण सिंह ने अचानक ही निरीक्षण कर दिया।
प्रसाद बनाने को लेकर सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं की जांच की गई। जांच के दौरान एसडीएम ने प्रसाद बनाने वाले कर्मचारियों से बनाने की प्रक्रिया को लेकर कर्मचारियों से पूछताछ भी की।
साथी उन्होंने काग विभाग को भी बुलाया दोनों विभागों के निरीक्षण में प्राथमिक तौर पर प्रसाद में शुद्धता पाई गई लेकिन उसके बावजूद संपूर्ण संतुष्टि के लिए प्रसाद बनाने वाली सामग्री के जांच के लिए उन्हें लैब भेजा गया।
जब एसडीएम शंभू शरण सिंह ने मीडिया को बताया कि इस तरह की जांच बीच में अब होती रहेगी। बाबा की नगरी काशी विश्वनाथ मंदिर में लोग दूर-दूर से आते हैं।
ऐसे में प्रसाद की शुद्धता का पूरा ध्यान रखना हमारा दायित्व है। इसलिए ऐसा निरीक्षण लगातार होता रहेगा। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रसाद सामग्रियों की जांच की मांग सोशल मीडिया से लेकर साधु संतों ने भी की थी जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने यह बड़ा कदम उठाया है।