वाराणसी में शुक्रवार को नसरल्लाह के जनाजे की नमाज पढ़ी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग हाथों में नसरल्लाह की फोटो लिए प्रदर्शन करते नजर आए। इतना ही नहीं, नसरल्लाह इज नॉट अ टेररिस्ट और पोस्टर लिए शिया समुदाय के लोग लगातार नारेबाजी करते रहे। इसे लेकर उत्तरप्रदेश प्रशासन ने अलर्ट भी जारी कर दिया है।
दरअसल, इजरायल द्वारा लेबनान में किए गए एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत हो गई है। इसे लेकर बाबा विश्वनाथ की नगरी में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत पर मुस्लिम समुदाय ने दारानगर स्थित मस्जिद में उनके लिए जनाजे की नमाज अदा की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने नसरल्लाह की तस्वीरें लेकर प्रदर्शन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोग नसरल्लाह की शान में कसीदे पढ़ते नजर आए और उनकी याद में एकजुट होकर अपनी एकता का प्रदर्शन किया।
मुस्लिम समाज ने हाथों में नसरल्लाह के पोस्टर लेकर इजरायल के प्रति गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने वाराणसी से पूरी दुनिया को सन्देश दिया कि नसरल्लाह आतंकवादी नहीं शहीद है। दारानगर स्थित मरकज़ी शिया जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम इकट्ठे हुए और नसरल्लाह को शहीद बताया।
ज्ञात हो कि नसरल्लाह की मौत इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान लेबनान पर हुए एक एयरस्ट्राइक में हुई थी। इस घटना के बाद से मुस्लिम समुदाय ने भारत में ही नहीं, बल्कि लखनऊ से लेकर पाकिस्तान तक विरोध प्रदर्शन किया है। कई देशों, जैसे अमेरिका और इजरायल, ने हिजबुल्लाह को आतंकी संगठन माना है, जबकि नसरल्लाह की मौत से मध्य पूर्व में तनाव और गहरा गया है।